आशू परिहार के प्रकरण पर पद्यात्मक प्रतिक्रिया
इसी क्रम में एक दिल्ली निवासी कु.आशू परिहार की किसी यथार्थ टिप्पणी से चिढ़कर एक मुम्बई के इमाम ने आशू का सर कलम करने का फ़तवा जारी कर दिया उसके वाद उस इमाम की निंदा करने के बजाय उसके समर्थन में सैकड़ो हजारों धमकियाँ मुस्लिमों द्वारा आशू परिहार के विरुद्ध आ रही हैं ...
" कान खोल कर सुने हर ,कठमुल्ला शैतान ।"
......................................................................
इसी क्रम में एक दिल्ली निवासी कु.आशू परिहार की किसी यथार्थ टिप्पणी से चिढ़कर एक मुम्बई के इमाम ने आशू का सर कलम करने का फ़तवा जारी कर दिया उसके वाद उस इमाम की निंदा करने के बजाय उसके समर्थन में सैकड़ो हजारों धमकियाँ मुस्लिमों द्वारा आशू परिहार के विरुद्ध आ रही हैं और भारत के सभी सेकुलर इन फ़तवा का समर्थन कर रहे हैं । किसी भी सेकुलर मुस्लिम ने फ़तवा की निन्दा नहीं की है तो ऐसा लगने लगा है कि हम भारत में किसी तालिबानी इस्लामी शासन में असुरक्षित दहशत में जी रहे हैं ।उत्तर प्रदेश भी वंगाल की राह पर चल पड़ा है । वंगाल में ग्रामीण क्षेत्रों में तो पूरी तौर से संपूर्ण व्यवस्था पर मुस्लिम गुंडों ने शरीयत लागू किया हुआ है ।
अनेक कमजोर दलित पिछड़े हिंदुओं को को उजाड़ कर वहाँ पाकिस्तान और वंगला देशी घुसपैठियों को बसाया जा रहा है । 'बिटिया आशू ' का समर्थन करने के बजाय कुछ सेकुलर खुल कर उसका विरोध करने के लिए मैदान में खुलकर आ चुके हैं ।उनमें ही एक नाम 'यासीन अरोरा मुन्शी ' का है । जो 'जय भीम, जय मीम ' के नारे के साथ आशू के विरोध में उसको फ़र्जी मुकदमे में फ़साने के लिए फ़तवा जारी करने वाले इमाम का समर्थन कर रही है । वैसे 'जय भीम ,जय मीम ' की असलियत पर मैं कभी अन्यत्र लिखूंगा ,इसके पीछे कौन सी भारत विरोधी ताकतें काम कर रही हैं ।
आज की पोस्ट आशू परिहार के प्रकरण पर प्रतिक्रिया तक सीमित है ....
" वेटी आशू 'है रही , भारत की सन्तान ।
कान खोल कर सुने हर, कठमुल्ला शैतान ।।
कठमुल्ला शैतान , मूर्ख फ़तवा दे बैठा।
आशू का 'सर कलम , करेगा' यह कह ऐंठा ।।
भूल गया 'गुजरात ', चली थी जबकि 'दरेटी '।
खुद न बचेगा दुष्ट, और ना बेटा -- बेटी ।।"
" कोई 'मुन्शी' है जिसे ' कुछ भी नहीं मलाल।
मुल्लों से बरसों- बरस , होती रही 'हलाल' ।।
होती रही हलाल , उन्हीं की करे वक़ालत।
' बेटी ' पर मुकदमा , ढेर सी इसको लानत ।।
'कुतिया 'दुष्ट दलाल , वक़ील न है 'बिष- बोई' ।
'गद्दारों ' के केस ,लड़े यह अन्य न कोई ।। "
विशेष ..
'गुजरात ' गोधरा काण्ड ' कीआकस्मिक प्रतिक्रिया में हुई हिंदुओं
के क्रोध में मुस्लिमों का हुआ नरसंहार ,यद्यपि निन्दनीय
दुर्घटना थी था ,किन्तु गुजरात में 13 वर्ष से
मुस्लिम गुंडों और मुल्लों ने उसके बाद 'गोधरा काण्ड ' को
दुहराने का दुस्साहस नहीं किया ।अब हिन्दू मुसलमान वहाँ
बिना किसी वैमनस्य के अमन चैन की जिंदगी जी रहे हैं ।
वहाँ शान्ति इसलिये है क्योंकि उसके वाद मुसलमानों
को यह विश्वास हो गया है ,कि यदि 'गोधरा' होगा तो 'गुजरात'
अवश्यमेव होगा । यही विश्वास इन्हें पूरे देश में दिलाने का
समय आन पड़ा है । सरकार के सहारे इस समस्या का हल
असम्भव हो गया है ।
' दरेटी '....बुलडोजर का हिन्दी( अवधी) अनुवाद, यहाँ गोधरा नर
संहार की हिंदुओं की सामूहिक आक्रामक प्रतिक्रिया की
ओर संकेत ।
'बेटी' ..... बिटिया आशू
'कुतिया' ... कुत्रिया ,दुष्ट गद्दार औरत ।
'बिष- बोई '... दूध - धोई का विलोम है ।
Comments
Sort by